BAGLAMUKHI FOR DUMMIES

baglamukhi for Dummies

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लिखित्वा हृदि तन्नाम तं ध्यात्वा प्रजपेन्‌ मनुम्‌।

धूप दीप कर्पूर की बाती। प्रेम-सहित तब करै आरती।।

राजद्वारे महादुर्गे पातु मां गणनायकः॥ १५ ॥

गुरुं ध्यात्वा सुरां पीत्वा रात्रो शक्तिसमन्वितः॥ २१ ॥

इनकी आराधना करने से तमाम बाधाओं से मुक्ति मिल जाती है। बगलामुखी देवी का चालीसा पाठ करने से किसी भी तरह की आयी काम में रुकवाट टल जाएगी और आपका जीवन सुख से बीतेगा। यहाँ आपको स्पष्ट कर देते हैं कि यदि आप दीक्षा लेकर पाठ करते हैं तो इसका प्रभाव बहुत तीव्र होता है लेकिन आप बिना दीक्षा लिए भी पाठ कर सकते हैं।

हस्तैमुद्गर, पाषबद्धरसनां संविभृतीं भूषणैव्यप्तिांगी बगलामुखी त्रिजगतां संस्तम्भिनीं चिन्तये ।

ॐ अस्य श्रीबगलामुखीब्रह्मास्रमन्त्रकवचस्य भैरव ऋषिः, विराट्‌ छन्दः श्रीबगलामुखी देवता, क्लीं बीजम्‌, ऐं शक्तिः, श्रीं कीलकं, मम परस्य च मनोभिलाषितेष्टकार्यसिद्धये विनियोगः।

कार्य साधयद्वन्द्वं तु करौ पातु सदा मम।

इस (बगलामुखी पाठ इन हिंदी) कवच के पाठ से बुरी शक्तियों के प्रभाव को ख़त्म किया जा सकता है। 

Maa Baglamukhi is usually a revered goddess in Hindu mythology, recognized for her huge energy and talent here to shield her devotees from harm. On the other hand, the origins of this enigmatic deity continue to be shrouded in secret, with conflicting accounts and legends surrounding her delivery and powers.

तिल तण्डुल संग क्षीर मिरावै। भक्ति प्रेम से हवन करावै।।

निर्धनो धनमाप्नोति कवचास्यास्य पाठतः।

स्तम्भयेति पदं पृष्ठे पातु वर्णत्रय मम॥ ९ ॥

ॐ बगलामुख्यै च विद्महे स्तम्भिन्यै च धीमहि तन्नो बागला प्रचोदयात

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